किसी और की तो नहीं?
किसी और की तो नहीं?
इसमे से अपने पसीने की खुश्बू नहीं आती हैं।
अपने साँसो की आवाज़ नहीं सुनता हैं।
अपने मेहनत की छाप नहीं दिखता हैं।
यह पैसा, यह दौलत.., कहीं अपनी न होकर, किसी और की तो नहीं?
- नागॆश
२००६-११-२७
My mind's dialog with me. ನನ್ನ ಮನಸಿನ ಸಂವಾದ, ನನ್ನ ಜೊತೆ. मॆरे मन का संवाद, मेरे साथ।
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